देश की 10 केन्‍द्रीय ट्रेड यूनियनों से जुड़े मजदूर शुक्रवार को एकदिवसीय राष्‍ट्रीय हड़ताल पर जाने वाले हैं। मजदूर उनकी मांगों के प्रति सरकार की ‘उदासीनता’ और श्रम कानूनों में प्रभावी ‘मजदूर-विरोधी’ बदलावों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। इस विरोध में 18 करोड़ मजदूरों के हिस्‍सा लेने की आशंका है। यह हड़ताल पिछले साल हुई हड़ताल से बड़ी और नुकसान देने वाली साबित हो सकती है क्‍योंकि पिछले साल 14 करोड़ मजदूर हड़ताल पर गए थे। ट्रेड यूनियनें सभी मजदूरों के लिए कानूनी न्‍यूनतम मजदूरी को 18,000 रुपए से कम न रखने की मांग कर रही हैं। ‘सी’ कैटेगरी में आने वाले मजदूर के लिए न्‍यूनतम वेतन 18,000 रुपए, ‘बी’ कैटेगरी के लिए 22,230 रुपए तथा ‘सी’ कैटेगरी के मजदूरों के लिए 26,560 रुपए तय करने की मांग हो रही है। सरकार ने घोषणा की है कि केन्‍द्र की परिधि में आने वाले मजदूरों के लिए सी, बी व ए कैटेगरी के लिए न्‍यूनतम वेतन क्रमश: 9,100 रुपए, 11,362 रुपए और 13,598 रुपए होगा। इसके अलावा, ट्रेड यूनियंस की मांग है कि परमानेंट और कॉन्‍ट्रैक्‍ट, दोनों तरह के मजदूरों के लिए एक समान न्‍यूनतम मजदूरी तय की जाए। वे इसके लिए न्‍यूनतम मजदूरी एक्‍ट, 1948 में बदलाव की मांग करने की मांग भी उठा रही हैं।

केन्‍द्र सरकार के नोटिफिकेशन जारी करने के बाद, न्‍यूनतम मजदूरी में किया गया बदलाव केन्‍द्र सरकार के कर्मचारियों पर लागू होगा। यह आदेश उन्‍हीं रोजगारों पर लागू होगा, जिनके बारे में न्‍यूनमत मजदूरी एक्‍ट, 1948 में प्रावधान किए गए हैं। वर्तमान में केन्‍द्र सरकार के अंतर्गत आने वाले राेजगारों में कृषि, पत्‍थरों की खदानें, निर्माण, गैर-कोयला खदान, लोडिंग एवं अनलोडिंग आदि शामिल हैं। राज्‍य सरकारों के रोजगारों की संख्‍या 1679 है। ट्रेड यूनियनों की हड़ताल से आम जनजीवन पर भारी असर पड़ने की आशंका है। अाइए आपको बताते हैं कि इस हड़ताल के चलते कहां लगेगा ताला और कहा चलता रहेगा काम:

ये सेवाएं बंद रहेंगी:

1. बैंक, सरकारी कार्यालय और फैक्ट्रियां बंद रहेंगे।
2. कोल इंडिया, गेल, ओएनजीसी, एनटीपीसी, एचएएल और भेल जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम हड़ताल में शामिल होंगे।
3. बिजली, यातायात, खदान, रक्षा, टेलीकॉन और बीमा जैसे क्षेत्रों की सेवाएं प्रभावित होंगी।
4. सार्वजनिक यातायात सेवाओं पर भी असर पड़ेगा क्‍योंकि दिल्‍ली, हैदराबाद और बेंगुलुरु की कई ऑटो रिक्‍श यूनियनों ने शुक्रवार को सड़कों से दूर रहने का फैसला किया है।

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यहां चलता रहेगा काम:

1. भारतीय रेलवे के कर्मचारी इस भारत बंद में हिस्‍सा नहीं ले रहे हैं, इसका मतलब ट्रेनें पूर्व योजना के अनुसार ही चलेंगी।
2. स्‍कूल और कॉलेजों ने अभी तक आधिकारिक रूप से छुट्टी घोषित नहीं की है।
3. दूध और पानी जैसे जरूरी सामग्रियों की सप्‍लाई प्रभावित नहीं होगी।
4. दवा की दुकानें खुली रहेंगी, उन्‍हें हड़ताल से बाहर रखा गया है।