नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को बताया कि 31 दिसंबर 2020 तक विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र पर विमानन कंपनी एयर इंडिया का 498.17 करोड़ रुपये का बकाया है। पुरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वीवीआईपी यात्रा, विदेशी गणमान्य लोगों की यात्रा, राहत अभियान आदि मद में केंद्र व राज्य सरकारों पर कुल 498.17 करोड़ रुपये का बकाया है। पुरी ने कहा कि कुल 84.57 करोड़ वीवीआईपी यात्रा मद में बकाया हैं जबकि विदेशी गणमान्य लोगों की यात्रा को लेकर 12.61 करोड़ रुपये का बकाया है। उन्होंने कहा कि कंपनी को 2018-19 में 8,556.35 करोड़ का घाटा हुआ जबकि 2019-20 में 7,982.83 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
आपको बता दें कि इस वित्त वर्ष में एयर इंडिया को करीब 10 हजार करोड़ रुपये घाटे का अनुमान लगाया जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो विनिवेश की प्रक्रिया को झटका लग सकता है। अनुमानित घाटे की वजह से कंपनी का वैल्यूएशन भी कम हो जाएगा।
इस बीच, कारोबारी और रुइया ग्रुप के चेयरमैन पवन रुइया ने एयर इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने के लिए अभिरुचि पत्र यानी एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) सौंपा है।
पिछले महीने कई पक्षों ने विमान वाहन के लिए अपने अभिरुचि पत्र सरकार को दिए हैं। उम्मीद है कि सरकार आने वाले सप्ताहों में योग्य बोलीदाताओं के नामों का ऐलान करेगी।