घरेलू मोबाइल कंपनी सेलकॉन मोबाइल्स भारत में विनिर्माण इकाई लगाना चाहती है और वह इस संबंध में आंध प्रदेश व तेलगांना की राज्य सरकार से संपर्क में है। इसके साथ ही कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष में 1,200 करोड़ रुपए के कारोबार का लक्ष्य रखा है।

सेलकॉन मोबाइल्स के कार्यकारी निदेशक मुरली रेतनेनी ने भाषा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी फिलहाल चीन से मोबाइल आयात करती है लेकिन आगे चलकर वह भारत में ही कारखाना लगाना चाहेगी और इस संबंध में उसकी आंध्र प्रदेश व तेलंगाना सरकार से बातचीत चल रही है।

उन्होंने कहा कि कंपनी के लिए मोबाइल कारखाना लगाने को ये दोनों राज्य पहली वरीयता होंगे। हालांकि वह प्रोत्साहनों व सरकारी सहयोग को देखते हुए अन्य राज्यों पर भी विचार कर सकती है।

रेतनेनी ने कहा, ‘देश में मोबाइल कंपनियों के लिए कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी परिवेश बनाने की जरूरत है ताकि वे यहां विनिर्माण करें। सरकार को इसके लिए संकुल बनाने चाहिए।’

कंपनी ने 2013-14 में 850 करोड़ रुपए की कमाई की जबकि वह 2014-15 में 1,200 करोड़ रुपए के कारोबार का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसके तहत कंपनी अब विशेषकर उत्तरी भारत में अपने नेटवर्क का विस्तार करेगी तथा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कदम रखेगी। कंपनी के मौजूदा कारोबार में 50 प्रतिशत हिस्सा दक्षिण भारत से है लेकिन अब वह राजस्थान, गुजरात, बिहार व उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अपने नेटवर्क को मजबूत बना रही है।

रेतनेनी ने कहा कि कंपनी की बिक्री इस समय साढ़े छह लाख मोबाइल प्रति माह है जिसे वह बढ़ाकर 10 लाख मोबाइल प्रति माह करने की मंशा रखती है। कंपनी इसके लिए लगातार नये मॉडल पेश कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी निकट भविष्य में विंडोज तथा क्वाडकोर आधारित फोन बाजार में उतारेगी। इसी तरह एंड्रायड वन फोन जनवरी 2015 में लाएगी।

सेलकॉन का फिलहाल चीन में एकीकृत डिजाइन केंद्र (आईडीएच) है। उल्लेखनीय है कि कंपनी ने हाल ही में तीन नये मॉडल बाजार में उतारे हैं जिनमें मिलेनियम वोग क्यू455 (7000 रुपए) तथा अल्ट्रा क्यू 500 (10000 रुपए से कम) है। कंपनी का तीसरा नया मोबाइल मिलेनिया एपिक क्यू550 है।