Volvo Communication Hazard Technology: दुनिया भर के वाहन निर्माता कंपनियों सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर अपने वाहनों में कई फीचर्स को शामिल कर रह हैं ताकि यात्रियों को सुरक्षित ड्राइविंग प्रदान की जा सके। इसी क्रम में स्वीडन की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Volvo एक खास तकनीक लेकर आई है, जिसके माध्यम से सड़क पर कारें एक दूसरे से न केवल कम्यूनिकेट कर सकेंगी बल्कि किसी भी खतरे के प्रति आगाह भी करेंगी।
वोल्वो ने पहली बार इस तकनीक को केवल स्वीडन और नॉर्वे में लांच हुई कारों में इस्तेमाल किया था। अब कंपनी यूरोपीय बाजार में भी लांच होने वाली कारों में इस तकनीक का प्रयोग करेगी। जानकारी के अनुसार इस कम्यूनिकेशन तकनीक का प्रयोग कंपनी अपने सभी कारों में बतौर स्टैंडर्ड फीचर शामिल करेगी।
ये तकनीक ड्राइविंग के दौरान सड़क पर किसी भी आपात स्थिति के समय न केवल चालक को वॉर्न करेगी बल्कि दूसरे वाहनों को भी इससे संकेत देगी। इसके आलावा ये तकनीक चालक को कार की स्पीड कम करने और सही दिशा में मूव करने का भी संकेत देगी। जिससे कि किसी भी तरह की दुर्घटना को आसानी से टाला जा सकेगा।
बता दें कि, ये तकनीक केवल वोल्वो की कारों में ही काम करेगी, ये कम्यूनिकेशन तभी होगा जब दोनों कारें वोल्वो की होंगी। इसके अलावा ये तकनीक ड्राइवरों को रियल टाइम ट्रैफिक की भी जानकारी देगी और उन्हें सही स्पीड में कार ड्राइव करने का निर्देश भी देगी। इससे सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकेगा।
हाल ही में वोल्वो ने घोषणा की थी कि, 2020 से कंपनी अपने सभी कारों की टॉप स्पीड को सीमित कर के 180 किलोमीटर प्रतिघंटा कर देगी। इसके अलावा कारों में एक कैमरा और सेंसर भी इंस्टॉल किया जाएगा जिससे कि कार की स्पीड और ड्राइवर की हालत पर भी नजर रखी जा सके। यदि चालक शराब के नशे में या फिर नींद में है तो ये तकनीक तत्काल चालक को सचेत करेगी। यदि चालक इसे नजरअंदाज करेगा तो कार का इंजन बंद हो जाएगा और कार खुद ही पार्क हो जाएगी।