Made In India Flying Car: नीदरलैंड बेस्ड वाहन निर्माता कंपनी PAL-V इंटरनेशनल ने दुनिया की पहली प्रोडक्शन-रेडी फ्लाइंग कार बनाई है। जिसे कंपनी ने 2018 में जेनेवा मोटर शो में ‘कॉम्पैक्ट हाइब्रिड लैंड + एयर व्हीकल’ कॉन्सेप्ट के रूप में पेश किया गया था। बता दे, PAL-V एक ‘एयर और लैंड व्हीकल’ है। जिस पर कंपनी पिछले कुछ वर्षो से लगातार काम कर रही है, फिलहाल इस कार का प्रोटोटाइप पूरी तरह से तैयार हैं।

भारत में इस तरह की कार देखना आज भी सोच से परे है, हालांकि PAL-V वाहन निर्माता कंपनी ने इस बात की पुष्टि कर रही हैं कि वे अगले साल तक गुजरात में एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की योजना बना रहे हैं। जिसके चलते PAL-V के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विकास विभाग के उपाध्यक्ष कार्लो मासबोमेल ने गुजरात के उद्योग प्रमुख सचिव एमके दास और विजय रूपानी (गुजरात के मुख्यमंत्री) के साथ एक समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

बता दें, PAL-V को पहले ही अपनी इस उड़ने वाली कार के लिए 100 से अधिक ऑर्डर मिल चुके हैं। PAL-V एक तीन-पहिये वाला वाहन होगा। जिसकी पूरी बॉडी कार्बन-फाइबर से बनी हुई है। हालांकि इसके इंटीरियर में एल्यूमीनियम और टाइटेनियम का प्रयोग किया गया है। जिसका वजन 680 किग्रा पर सीमित है। इस उड़ने वाली कार में 100bhp की पावर वाले दो इंजन दिए गए हैं, जिसकी हवा और जमीन दोनो पर टॉप स्पीड 180km/h की है।

इसके अलावा इस कार को हवा से नीचे आने में कुल 165 metres लैंड की जरूरत पड़ेगी। वहीं उड़ने के लिए इसे मात्र 30 मीटर। आकार में यह कार बेहद ही बड़ी है। जो वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग विमान की सोच से काफी अलग है। हालांकि अगर इन कारों को निर्माण भारत में किया जाएगा। तो यकीनन इन्हें भारत में भी खरीदा जा सके। जिसके लिए आपको मोटी रकम और पायलट का लाइसेंस लेने की जरूरत पड़ेगी।

बता दें, कुछ समय पहले जापान की इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता कंपनी NEC Corp. ने भी अपनी उड़ने वाली कार (फ्लाइंग कार) की झलक दिखाई थी। जो कार परीक्षण के दौरान करीब एक मिनट तक हवा में एक ही जगह पर रही। दिखने में यह कार ड्रोन की तरह एक बड़ी मशीन जैसी है और इसमें चार पंखे (प्रोपेलर) लगे हैं।