नई दिल्ली। भारत सरकार ने भारत में सशस्त्र कर्मियों के लिए उपलब्ध सब्सिडी के नियमों में एक बड़ा बदलाव किया है। नए नियमों के अनुसार अब 1 जून से 12 लाख रुपये से ज्यादा कीमत की गाड़ियों पर मिलने वाले सब्सिडी को खत्म करने का आदेश दिया गया है। बता दें कि, इन गाड़ियों पर अब तक जीएसटी कम्पोनेंट कैंटीन में 50 प्रतिशत तक की छूट मिलती थी। इससे पहले की यह नया नियम लागू हो पाता उससे पहले ही भारतीय नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने अपने लिए नई Jeep Compass एसयूवी खरीदी है।
बता दें कि, भारतीय बाजार में नई Jeep Compass की शुरुआती कीमत तकरीबन 15 लाख रुपये है और कैंटीन में मौजूद ये सबसे महंगी गाड़ी थी और ऐसा माना जा रहा है कि आगामी 1 जून से इस एसयूवी को कैंटीन से हटा दिया जाएगा। हालांकि अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है कि एडमिरल सुनील लांबा ने कौन सा वैरिएंट खरीदा है।
नए नियम में कुछ अन्य बदलाव भी किए गए हैं। अब सशस्त्र बल के जवान सीएसडी कैंटीन से निश्चित संख्या में ही चार पहिया वाहन खरीद सकेंगे। अधिकारी और अन्य रैंक के कर्मी हर आठ साल में केवल एक कार ही खरीद सकते हैं। अब तक कार खरीदने की संख्या पर कोई भी नियम लागू नहीं था। यही कारण था कि लोग कम कीमत के चक्कर में भारी मात्रा में वाहन खरीद रहे थें।
पिछले साल, कैंटीन स्टोर डिपार्टमेंट (CSD) के माध्यम से ही अकेले लगभग 6,000 करोड़ रुपये के वाहन बेचे गए थे, जिससे बजट ओवरशूट हो गया था। यही कारण है कि सरकार ने नए नियमों को लागू किया है। सरकार ने यह भी कहा कि भविष्य में नियम की समीक्षा भी की जाएगी और कार की बढ़ती कीमतों को भी ध्यान में रखा जाएगा। हालांकि, कई सैनिक इस कदम से नाखुश हैं।
बहरहाल, बात करते हैं Jeep Compass की, ये एसयूवी पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन के साथ उपलब्ध है। ये एसयूवी देश में काफी मशहूर है और सेलिब्रिटीज भी इसका खूब प्रयोग करती हैं। कंपनी ने इसमें 1.4 लीटर की क्षमता का टर्बो चार्ज पेट्रोल इंजन का प्रयोग किया है जो कि 161 Bhp की पावर और 250 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है।
वहीं इसके डीजल वैरिएंट में कंपनी ने 2.0 लीटर की क्षमता का डीजल इंजन प्रयोग किया है जो कि 170 Bhp की पावर और 350 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। भारतीय बाजार में जीप कंपास की कीमत 15.6 लाख रुपये से लेकर 23.11 लाख रुपये तक है।