जापान की कार कंपनी होंडा ने अपने मल्टी पर्पस व्हीकल (एमपीवी) मोबिलियो (Mobilio) की भारतीय बाजार में बिक्री बंद कर दी है। कंपनी ने कमजोर मांग की वजह से यह कदम उठाया है। मारुति सुजुकी की रिट्ज और हुंडई की आई10 के बाद होंडा ने मोबिलियो को भारत में बेचना बंद किया है। वहीं, कंपनी अगले दो महीने के भीतर यह तय करेगी कि इनका नया वर्जन आएगा या नहीं। होंडा कार्स इंडिया अब मोबिलियो के अपने बचे हुए स्टॉक्स को निकाल रही है और इसका कोई नया प्रोडक्शन नहीं हो रहा है। फरवरी में कंपनी ने मोबिलियो की एक भी यूनिट नहीं बेची है। होंडा कार्स इंडिया के प्रेसिडेंट और सीईओ योचिरो उनो ने बताया कि इस साल नए सेफ्ट रेग्युलेशन आने वाले हैं। मौजूदा मोबिलियो इन रेग्युलेशन को पूरा नहीं करती है। व्हीकल को लगातार बेचने के लिए काफी इन्वेस्टमेंट या मॉडल का मोडिफिकेशन करना पड़ता है। व्हीकल का सेल्स वॉल्यूम भी ज्यादा नहीं था। ऐसे में कंपनी अब यह स्टडी कर रही है कि नॉर्म्स को पूरा करने के लिए कितना इन्वेस्टमेंट करना चाहिए। भारत में जुलाई 2014 को होंडा ने मोबिलियो को लॉन्च किया था।
भारत में होंडा अबतक 40,789 यूनिट्स मोबिलियो बेच चुकी है। कंपनी अब आकलन कर रही है कि इंडोनेशिया में पहले से मौजूद वर्जन को भारत में लॉन्च करे या नहीं। उनो ने कहा कि हम कम्पेयर भी कर सकते हैं। अगर इन्वेस्टमेंट ज्यादा होगा और इसकी कीमतों को बढ़ाना पड़ता है तो इसे देखते हुए मोबिलियो ब्रांड को बनाए रखना मुश्किल है। इससे पहले देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी ने अपनी पॉपुलर हैचबैक कारों में से एक रिट्ज की बिक्री डोमेस्टिक और इंटरनेशनल मार्केट्स में बंद कर दी है।
साल 2009 में लॉन्च हुई रिट्ज (पेट्रोल और डीजल) की करीब 4 लाख यूनिट्स बिकी हैं। मारुति सुजुकी इंडिया ने बड़ी शांति के साथ अपनी प्रीमियम क्रोसओवर एस-क्रॉस के लोवर वेरिएंट की सेल को बंद कर दिया है। इसके पीछे कंपनी ने कम डिमांड बताई है। कंपनी अब केवल एल्फा वेरिएंट का टॉप ऐंड वेरिएंट ही बेच रही है। हुडई ने नौ साल बाद आई10 बेस वेरिएंट का प्रोडक्शन बंद कर दिया है। आई10 को अपने ही दूसरे मॉडल ग्रांड आई10 से रिप्लेस कर दिया गया है। आई10 की औसत सेल 2000 यूनिट्स प्रतिमाह थी जबकि ग्रांड आई10 की औसत सेल 11,000 प्रतिमाह है।
