2020 Auto Expo: देश की राजधानी दिल्ली से सटा ग्रेटर नोएडा एक बार फिर से एशिया के सबसे बड़े मोटर शो को आयोजित करने के लिए तैयार है। एक बार फिर से Auto Expo में चमचमाती कारों और बाइक्स का जमावड़ा होगा। दुनिया भर से आने वाली वाहन निर्माता कंपनियां इस आयोजन में हिस्सा लेने वाली हैं, लेकिन इस बात का डर भी है कि कहीं इस बार के आयोजन का रंग फीका न पड़ जाए। क्योंकि देश के कुछ दिग्गज वाहन निर्माता कंपनियों ने इस बार के आयोजन में हिस्सा न लेने का मन बनाया है। वहीं दूसरी ओर भारतीय बाजार पर चीनी वाहन निर्माता कंपनियों ने अपनी नजरें गड़ाई हुई हैं।
बता दें कि, 2020 Auto Expo का आयोजन आगामी 5 फरवरी से लेकर 12 फरवरी के बीच ग्रेटर नोएडा में किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। ज्यादातर वाहन निर्माता कंपनियों ने अपनी जगहें भी पक्की कर ली हैं। वहीं आयोजक मंडल की तरफ से रजिस्ट्रेशन का कार्य भी जोरो पर चल रहा है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर इस बार के आयोजन में देश की प्रमुख कंपनियां हिस्सा क्यों नहीं ले रही हैं।
जानकारी के अनुसार बिक्री के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी Hero MotoCorp और इसकी निकट्तम प्रतिद्वंदी Honda इस बार के आयोजन में हिस्सा नहीं लेंगे। वहीं दूसरी तरफ चारपहिया वाहन निर्माताओं में से Honda Cars, Toyota, Ford, Nissan और Ashok Leyland ने भी इस आयोजन में हिस्सा न लेने का मन बनाया है।
जानकारों का मानना है कि, ये इवेंट बहुत बड़ा होता है। जिसके चलते वाहन निर्माता कंपनियों को काफी खर्च उठाना पड़ता है। वाहनों के प्रदर्शनी से लेकर, ट्रांसपोर्ट, स्टॉल की बुकिंग का किराया, मैन पावर इत्यादि पर कंपनियां भारी रकम खर्च करती है। वहीं बीता साल देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए बहुत बुरा रहा है। वाहन निर्माता कंपनियों की बिक्री में लगातार गिरावट आई है, यहां तक कि कंपनियों को अपने प्रोडक्शन को कम करने के साथ ही नौकरियों में भी छटनी की नौबत आ गई थी। बीते साल वाहनों के बिक्री के आंकड़े ही कंपनियों को इस आयोजन में हिस्सा लेने से रोक रहे हैं।
चायनीज कंपनियां करेंगी शिरकत: जहां देश की सरकार मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी तरफ ऑटोमोबाइल सेक्टर में भारी तादात में चीनी कंपनियां अपने वाहनों को पेश करने में लगी हैं। बीते साल बाजार में MG Motor ने एंट्री की थी, ये चीन के शंघाई
ऑटोमोटिव इंडस्ट्री कॉर्पोरेश (SAIC) के स्वामित्व वाली कंपनी है। वहीं इस साल ऑटो एक्सपो में ग्रेट वॉल मोटर्स और Changan ऑटोमोबाइल हिस्सा लेने को तैयार हैं। इसके अलावा चीनी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी CF Moto भी अपने वाहनों को पेश करेगी।
क्या है वजह: चायनीज कंपनियां भारत को एक बहुत बड़े बाजार के रूप में देख रही हैं। MG Motor के पहले वाहन Hector ने भारत में शानदार प्रदर्शन किया है। अपने सेग्मेंट ये एसयूवी खासी लोकप्रिय हो रही है। भले ही भारतीय बाजार में वाहनों की बिक्री में गिरावट आई है। लेकिन चायनीज कंपनियां इसे एक बड़े अवसर के तौर पर देख रही हैं। कम कीमत में ज्यादा फीचर्स और बेहतर माइलेज वाले वाहनों को बाजार में उतार कर वो इस बाजार में अपनी पकड़ बनाना चाहती हैं।
LMC ऑटोमोटिव कंसलटेंसी के अनुसार, आने वाले समय में 2026 तक भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाइ तीसरा सबसे बड़ा बाजार होगा। यही कारण है कि ये चीनी कंपनियां तेजी से भारत की तरफ रूख कर रही हैं। वाहन निर्माता कंपनियों के अन्य स्पेयर पाट्र्स और कंपोनेंट सेक्टर की भी बहुत सी चायनीज कंपनियां इस आयोजन में हिस्सा लेने वाली हैं।