Niti Aayog ने प्रस्ताव दिया है कि अगले छह से आठ वर्षों में भारत के सभी दोपहिया और तिपहिया वाहनों को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक से संचालित किया जाना चाहिए। प्रस्ताव का उद्देश्य प्रदूषण पर अंकुश लगाना और जैविक ईंधन पर भारत की निर्भरता को कम करना है।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नीती अयोग के एक मसौदा प्रस्ताव में देश के सभी दोपहिया और तीन-पहिए वाले ऑटोरिक्शा को विद्युतीकृत करने की सिफारिश की गई है। इस प्रस्ताव को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। इसके अलावा अभी सरकार की तरफ से इसके लिए कोई मंजूरी भी नहीं मिली है।
बता दें कि, भारत दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया बाजार है, जिसमें पिछले वित्त वर्ष में 3.3 मिलियन कारों और यूटिलिटी वाहनों की तुलना में 21 मिलियन से अधिक बाइक और स्कूटर बेचे गए हैं। हालाँकि, चीन दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया इलेक्ट्रिक व्हीकल बाजार है, क्योंकि यहां पर इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है।
हालाँकि, पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इस बार इलेक्ट्रिक स्कूटरों की डिमांड में दोगुनी उछाल देखने को मिली है। पिछले वित्तीय वर्ष में महज 54,800 इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री की गई थी। वहीं इस वित्तीय वर्ष में 126,000 यूनिट इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री दर्ज की गई है।
यदि इस प्रस्ताव को सरकार द्वारा मंजूरी दे दी जाती है, तो यह जापान की यामाहा मोटर और सुजुकी मोटर जैसी वैश्विक कंपनियों के लिए एक नया बाजार खोल देगा, जो भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों को लांच करने की योजना पर तेजी से काम कर रही हैं।
