मजबूत वैश्विक रुख के बीच घरेलू हाजिर बाजार में त्योहारी सत्र के कारण फुटकर विक्रेताओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए आभूषण विक्रेताओं की लिवाली से बीते सप्ताह सोने की कीमतों में सुधार दर्ज हुआ। हालांकि, औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माता कंपनियों के कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई। सर्राफा व्यापारियों ने कहा कि मजबूत वैश्विक रुख के बीच त्योहारी मांग को पूरा करने के लिए आभूषण विक्रेताओं की लिवाली बढ़ने से सोने की कीमतों में सुधार आया।

राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत की सप्ताह के दौरान क्रमश: 31,050 रुपए और 30,900 रुपए प्रति 10 ग्राम पर मजबूत शुरुआत हुई और सप्ताह के दौरान 30 माह के उच्च स्तर क्रमश: 31,550 रुपए और 31,400 रुपए प्रति 10 ग्राम तक चढ़ गई जो स्तर इससे पूर्व 26 फरवरी, 2014 को देखने को मिला था। बाद में मौजूदा स्तर पर इसे प्रतिरोध का सामना करना पड़ा और कीमतें गिरकर क्रमश: 31,150 रुपए और 31,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुर्इं। लेकिन अब भी यह 150-150 रुपए की तेजी को दर्शाती हैं।

गिन्नी के भाव भी 100 रुपये की तेजी के साथ 24,400 रुपये प्रति आठ ग्राम पर बंद हुए। लिवाली और बिकवाली के झोंको के बीच उतार चढ़ाव भरे कारोबार में चांदी तैयार के भाव 100 रुपए की गिरावट के साथ 45,800 रुपए प्रति किग्रा पर बंद हुए। चांदी साप्ताहिक डिलीवरी के भाव हालांकि 715 रुपए की तेजी के साथ 46,000 रुपए के स्तर को लांघते हुए 46,195 रुपए प्रति किग्रा पर बंद हुए। दूसरी ओर चांदी सिक्कों के भाव लिवाल 75,000 रुपए और बिकवाल 76,000 रुपये प्रति सैंकड़ा पर स्थिरता का रुख लिए बंद हुए।