संसद का बजट सत्र शुरू हो चुका है। बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार (28 जनवरी) को सभी राजनीतिक दलों को बजट सत्र को सार्थक बनाने के लिये रचनात्मक माहौल बनाने की अपील की । संसद के बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के लोकसभा और राज्यसभा के सदन के नेताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सभी राजनीतिक दलों की ओर से उठाये गए मुद्दों को पूरी प्राथमिकता देती है। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि सभी राजनीतिक दलों को बजट सत्र को सार्थक बनाने के लिये रचनात्मक माहौल बनाना चाहिए। पीएम मोदी की नसीहत पर विपक्ष की ओर से कई प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। एनसीपी नेता तारिक़ अनवर ने पीएम पर तंज कसा और कहा कि सिर्फ एक फिल्म को लेकर देश में आतंक का माहौल बनाया गया और प्रशासन चुपचाप बैठा रहा। द टेलिग्राफ के मुताबिक तारिक अनवर ने कहा, ‘महज एक फिल्म को लेकर आतंक और खौफ पैदा किया गया, प्रशासन चुपचाप बैठा रहा, यह बड़ी नाकामी है।’ बता दें कि 25 जनवरी को रिलीज हुई फिल्म पद्मावत के खिलाफ गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में जबर्दस्त प्रदर्शन हुए, कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और सरकारी एवं निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
This #BudgetSession is important. The world is optimistic about India. Agencies like World Bank & IMF have been giving an optimistic opinion of the country: PM Modi pic.twitter.com/aah5Xe44vX
— ANI (@ANI) January 29, 2018
We should make use of our system of parliamentary committees and discuss aspects of the #Budget. We should think about the well-being of rural India, farmers, Dalits, tribal communities and labourers: PM Modi pic.twitter.com/x7GOFNI3RI
— ANI (@ANI) January 29, 2018
बता दें कि यूं तो बजट सत्र में आर्थिक मुद्दों की प्रधानता रहती है। लेकिन सरकार तीन तलाक बिल को इसी सत्र में पास कराना चाहती है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार (29 जनवरी) को बजट सत्र से पहले सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे संसद के बजट सत्र में तीन तलाक विधेयक पारित करने में मदद करके मुस्लिम महिलाओं को नववर्ष का तोहफा दें। तीन तलाक बिल लोकसभा से पास हो चुका है, अब सरकार के सामने इसे राज्यसभा से पास कराने की चुनौती है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि सरकार जल्दबाजी में इस बिल को पास कराकर चुनाव में लाभ लेना चाहती है। इधर विपक्ष, पद्मावत विवाद, कासगंज हिंसा, कश्मीर में सुरक्षा बलों की फायरिंग में दो युवको की मौत, रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर है। विपक्षी पार्टियां किसानों के मुद्दे, देश में साम्प्रदायिक तनाव जैसे मुद्दों को भी उठा सकती है।