सुंदर पिचाई, सत्या नडेला, इंदिरा नूई और अब अरविंद कृष्णा। दुनिया की दिग्गज मल्टीनेशनल कंपनियों के भारतीय मूल के सीईओ में अरविंद कृष्णा नया नाम हैं, जो आईबीएम के सीईओ के तौर पर जिम्मेदारी संभालेंगे। अमेरिकी आईटी कंपनी के सीईओ के तौर पर वर्जिनिया रोमेटी के इस्तीफे के बाद उन्हें इसके लिए चुना गया है। आइए जानते हैं, अब तक क्या रहा है अरविंद कृष्णा का सफर…
हैदराबाद में जन्मे अरविंद कृष्णा अब तक आईबीएम में ही क्लाउड ऐंड कॉग्निटिव सॉफ्टवेयर में वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर काम कर रहे थे। कृष्णा 1990 में आईबीएम से जुड़े थे। आईआईटी कानपुर से पढ़े ग्रेजुएशन करने के बाद कृष्णा ने यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनियॉस से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की थी।
सीईओ की जिम्मेदारी मिलने पर कृष्णा ने कहा, ‘सीईओ चुने जाने के बाद मैं बेहत खुश हूं। बोर्ड और गिन्नी ने जिस तरह से मुझ पर भरोसा जताया है, उसके लिए मैं धन्यवाद देता हूं।’
कैसे बढ़ता गया IBM का कृष्णा पर भरोसा: सॉफ्टवेयर कंपनी रेड हैट के अधिग्रहण में कृष्णा ने काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यहां तक कि इस पूरे प्रोजेक्ट का उन्हें ही शिल्पकार माना जाता रहा है। आईबीएम के लिए कई टास्क संभाल चुके कृष्णा पर बोर्ड का पूरा भरोसा है और उन्हें शानदार नेतृत्वकर्ता के तौर पर जाना जाता है।