टाटा समूह की विमानन कंपनी एयर इंडिया अब अपने पायलटों के लिए नई नीति लाई है। एयर इंडिया के पायलट अब रिटायरमेंट के बाद 65 वर्ष की उम्र तक विमान उड़ा सकेंगे। एयर इंडिया अपने बेड़े में विमानों की संख्या बढ़ाने की योजना पर कार्य कर रही है। एयर इंडिया 200 से अधिक नए विमान खरीदने पर विचार कर रही है, जिनमें से 70 प्रतिशत विमान Narrow Bodied Aircraft होंगे।
29 जुलाई को एयरलाइन के दस्तावेज़ में कहा गया, “डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) एयर इंडिया की सेवानिवृत्ति की आयु 58 वर्ष की तुलना में पायलटों को 65 वर्ष की आयु तक विमान उड़ाने की अनुमति देता है। पायलटों को 65 वर्ष की आयु तक उड़ान भरने की अनुमति देना इंडस्ट्री में अधिकांश एयरलाइनों द्वारा पालन किया जाता है।”
एयर इंडिया ने अपने दस्तावेज में कहा, “हमारी आवश्यकता को पूरा करने के लिए एयर इंडिया में हमारे वर्तमान प्रशिक्षित पायलटों को सेवानिवृत्ति के बाद पांच साल के लिए अनुबंध के आधार पर 65 साल तक बढ़ाने का प्रस्ताव लाया गया है। अगले दो वर्षों में सेवानिवृत्त होने वाले पायलटों की पात्रता की जांच के लिए मानव संसाधन विभाग, संचालन विभाग और उड़ान सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की एक समिति गठित की जाएगी।”
दस्तावेज में कहा गया कि यह समिति अनुशासन, उड़ान सुरक्षा और सतर्कता के संबंध में पायलटों के पिछले रिकॉर्ड की समीक्षा करने के लिए जिम्मेदार होगी। विस्तृत समीक्षा के बाद समिति मानव संसाधन विभाग के प्रमुख को सेवानिवृत्ति के बाद अनुबंध जारी करने के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए नामों की सिफारिश करेगी। अनुबंध पांच साल की अवधि के लिए जारी किया जाएगा, जिसे 65 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
दस्तावेज में यह भी कहा गया है कि 63 वर्ष की आयु में पांच वर्ष की संतोषजनक सेवा पूरी करने पर उनके (पायलटों) प्रदर्शन की व्यापक जांच करने पर समिति 65 वर्ष की आयु तक बढ़ाने पर विचार करेगी। पिछले साल 8 अक्टूबर 2021 को एयरलाइन के लिए सफलतापूर्वक बोली जीतने के बाद टाटा समूह ने 27 जनवरी को एयर इंडिया का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था।