कोरोना काल के बाद इस साल भारतीयों को कैलाश मानसरोवर यात्रा का मौका मिला। इस यात्रा के दौरान भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी ऋतेश भट्ट ने एक ऐसा दुर्लभ दृश्य कैमरे में कैद किया है, जिसने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह तस्वीर कैलाश पर्वत की दक्षिणी दिशा की है, जहां पर्वत का बर्फ से ढका सिमिट्रिकल आकार चांदनी रात में और भी भव्य दिखाई देता है।

IRS ऋतेश भट्ट ने कुछ इस तरह किया उस रात का वर्णन

रात के सन्नाटे में तारों से भरा आसमान और मंद चांदनी की रोशनी पर्वत की सफेद ढलानों पर पड़कर अलौकिक आभा बिखेर रही थी। सामने मानसरोवर झील की शांत लहरें उस नजारे को और भी दिव्य बना रही थीं।

विशेष बात यह रही कि आधी रात के बाद आसमान से टूटते तारे ऐसे प्रतीत होते हैं मानो आकाश से दीपक झील में उतर रहे हों। कैमरे ने सौभाग्य से उसी क्षण को कैद कर लिया, जब एक टूटता तारा सीधे कैलाश पर्वत की चोटी के ऊपर चमकता दिखा।

तस्वीर में पर्वत की तलहटी के पास मानवीय बस्तियों या यात्री शिविरों की हल्की रोशनियां भी दिखाई देती हैं, जो कैलाश की विराटता के आगे बेहद छोटी प्रतीत होती हैं।

यह अनुभव न केवल प्राकृतिक सुंदरता का दर्शन कराता है, बल्कि एक गहरी आध्यात्मिक अनुभूति भी कराता है। तस्वीर कैलाश मानसरोवर यात्रा की उस अलौकिक शांति और दिव्यता को बखूबी दर्शाती है, जिसे शब्दों में बयां करना कठिन है।