मानसून का सीजन अपने साथ सुहाना मौसम और बारिश लाने के साथ कुछ परेशानियां भी लेकर आता है जिसमें से सड़कों पर दूसरी जगहों पर जलभराव भी एक है। जलभराव की समस्या का सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है स्कूटर या बाइक से अपने ऑफिस या संस्थान जाने वाले लोगों द्वारा जिनकी गाड़ी बारिश में अक्सर गीली सड़कों पर फिसल जाती है या फिर जलभराव वाली जगह से निकलने पर बंद हो जाती है।
अगर आप भी अपने मानसून के मौसम में ऑफिस या अपने संस्थान जाते वक्त इ समस्याओं का सामना करते हैं, तो यहां जान लीजिए उन टिप्स और ट्रिक्स की डिटेल जिन्हें फॉलो करने पर आप बिना किसी परेशानी के सड़कों पर टू व्हीलर चला सकते हैं।
स्मार्ट बनें
बारिश के मौसम में आप टू व्हीलर से अपने ऑफिस जाते हैं तो आपको थोड़ा स्मार्ट होने की जरूरत है। बारिश के मौसम में आप अपने ऑफिस के लिए उन रास्तों का चयन करें जहां आपको कम से कम गड्ढों या जलभराव का सामना करना पड़े। ऐसा करने से आप पानी भरी सड़कों पर न दिखाई देने वाले गड्ढों से बचकर सुरक्षित ऑफिस जा सकेंगे।
अगर आपको अपने ऑफिस के लिए कोई दूसरा रास्ता समझ नहीं आ रहा है या नहीं पता है तो आप इस काम के लिए गूगल मैप्स की मदद ले सकते हैं जो आपको ट्रैफिक फ्री रूट्स की जानकारी देता है।
स्कूटर- बाइक की मेंटेनेंस
टू व्हीलर के लिए सबसे जरूरी चीजों में से एक है उसकी मेंटेनेंस जिसका महत्व बारिश यानी मानसून में और बढ़ जाता है। अगर आपने अभी तक अपनी बाइक या स्कूटर की सर्विस नहीं करवाई है तो पहली फुर्सत में आप इस काम को करें ताकि बारिश के मौसम में आपकी चलती गाड़ी में किसी तरह की कोई परेशानी न आए।
ब्रेकिंग सिस्टम
ब्रेकिंग सिस्टम बाइक के सुरक्षित सफर का एक महत्वपूर्ण हार्डवेयर होता है जिसका एकदम ठीक काम करना बारिश के मौसम में और भी जरूरी हो जाता है। अगर आपकी बाइक या स्कूटर के ब्रेक घिस गए हैं तो आज ही अपने टू व्हीलर के ब्रेक शू बदलवाएं ताकि बरसात के समय में या गीली सड़कों पर ब्रेकिंग सिस्टम ठीक से काम कर सके।
टायर का चयन
टू व्हीलर के लिए जितना ब्रेकिंग सिस्टम जरूरी है उतना ही जरूरी टायर भी है जो घिस जाने पर बरसात के मौसम में अक्सर बाइक फिसलने का कारण बनता है। इसलिए अपने टू व्हीलर के टायर चेक करें और अगर वो घिस चुके हैं तो तुरंत नए टायर डलवाएं ताकि सड़कों पर टायर की पकड़ अच्छी बनी रहेगी।