लग्जरी कार निर्माता मैकलेरन (McLaren) भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है, जिसके तहत कंपनी ने देश में अपनी सुपर कार 750S को लॉन्च किया है। 720S के उत्तराधिकारी, ब्रिटिश परफॉर्मेंस कार ब्रांड ने 750S को 5.91 करोड़ रुपये (एक्स-शोरूम) की कीमत के साथ मार्केट में उतारा है। यह सीबीयू रूट के तहत पूरी तरह से आयातित मॉडल के रूप में आती है और दो डेरिवेटिव, कूप और स्पाइडर (हार्डटॉप) में उपलब्ध है। अब देर न करते हुए जान लीजिए इसकी कंप्लीट डिटेल।
McLaren 750S: एक्सटीरियर और इंटीरियर

750S का बाहरी डिज़ाइन मौजूदा 720S की तुलना में एक क्रांतिकारी कदम है, जिसमें डीआरएलएस के साथ स्लीक एलईडी हेडलैम्प्स के साथ फिर से डिजाइन किया गया फ्रंट बम्पर, बेहतर एयरोडायनामिक्स और कूलिंग के लिए एयर डैम के साथ बड़े स्प्लिटर, एक स्वूपिंग बोनट और रूफलाइन, नए व्हील आर्क वेंट जैसे हाइलाइट्स हैं। इसके अलावा एक्सटेंडेड रियर डेक के साथ अपने पूर्ववर्ती की तुलना में 20% बड़ा एक्टिव रियर विंग स्पॉइलर भी मिलता है।

इंटीरियर की बात करें तो केबिन में न्यूनतम लेआउट और पूरे डैशबोर्ड पर कार्बन फाइबर ट्रीटमेंट के साथ बहुत प्रैक्टिकल लगता है। सीट नप्पा चमड़े से बनी हैं। फीचर्स की बात करें तो इसमें फुली-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, आठ इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस चार्जर, स्मार्टफोन कनेक्टिविटी, 360-डिग्री सराउंड कैमरा और बोवर्स और विल्किंस-सोर्स्ड म्यूजिक सिस्टम मिलता है।
McLaren 750S: अंडरपिनिंग

मैकलेरन 750S में एक महत्वपूर्ण रूप से अपडेटेड चेसिस है जिसमें 6 मिमी चौड़ा फ्रंट ट्रैक और तेज़ स्टीयरिंग रैक शामिल है। ब्रिटिश हाइपरकार में हल्के स्प्रिंग्स भी मिलते हैं जो आगे की तरफ 3 प्रतिशत सॉफ्ट और पीछे की तरफ 4 प्रतिशत हार्ड होते हैं। इसके अलावा, यह एक सस्पेंशन लिफ्ट फ़ंक्शन से भी सुसज्जित है जिसे केवल 4 सेकंड में तैनात किया जा सकता है जिसे डैशबोर्ड पर एक बटन के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।

750S की अपडेटेड चेसिस ने 720S की तुलना में 30 किलो वजन कम करने में मदद की है, जिससे कर्ब वेट 1,277 किलोग्राम तक कम हो गया है। मैकलेरन का कहना है कि 750S को 580 बीएचपी प्रति टन का “सेगमेंट लीडिंग ” पावर-टू-वेट अनुपात मिलता है।
McLaren 750S: पावरट्रेन और परफॉर्मेंस

मैकलेरन 750S को पावर देने वाला 4.0-लीटर ट्विन-टर्बो, फ्लैट-प्लेन V8 है जो बिना किसी इलेक्ट्रिकल असिस्टेंस के 740 बीएचपी और 800 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन में 7-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स को दिया गया है। प्रदर्शन की बात करें तो कंपनी दावा करती है कि, ये हाइपरकार 332 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड के साथ आती है, जो 2.8 सेकंड में एक ठहराव से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।