मध्य प्रदेश में नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा राज्य में चुनावी प्रक्रिया का ऐलान कर दिया गया है। इसके तहत मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को चुनाव करवाए जाएंगे। राज्य में डाले जाने वाले वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में किस-किस के बीच मुकाबला?
मध्य प्रदेश में पिछले लंबे समय से मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होता है। इस बार भी इन्हीं दोनों पार्टियों के बीच मुकाबला होना जा रहा है। राज्य में होने जा रहे चुनाव में इस बार दोनों पार्टियों के बीच बेहद कड़ी टक्कर का अनुमान है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में क्या हुआ था?
मध्य प्रदेश में साल 2018 के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने चौंकाने वाले परिणाम दिए थे। लंबे समय से राज्य की सत्ता से बाहर कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, हालांकि कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 114 विधानसभा सीटें मिली थीं जबकि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में चुनाव लड़ने वाली बीजेपी 109 सीटें हासिल कर सकी। बाद में कांग्रेस ने सपा, बसपा और निर्दलियों की मदद से सरकार का गठन किया।
चुनाव हारने के बाद कैसे सत्ता में लौटी बीजेपी?
ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों द्वारा साल 2020 में बगावत की वजह से कमलनाथ सरकार गिर गई। इसके बाद राज्य में फिर से बीजेपी ने सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
इस बार सीएम फेस कौन-कौन?
शिवराज सिंह चौहान एकबार फिर से बुधनी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। हालांकि इस बार बीजेपी ने उन्हें सीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया है। खास बात यह है कि बीजेपी ने कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनाव मैदान में उतार दिया है, जिसके बाद से सीएम पद को लेकर और भी कयास लगाए जाने लगे हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी की तरफ से कमलनाथ को हर जगह आगे किया जा रहा है। Read More