
बांग्लादेश क्रिकेट टीम को द टाइगर्स के नाम से भी जाना जाता है। इसका संचालन बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) करता है। बांग्लादेश क्रिकेट टीम टेस्ट, वनडे, इंटरनेशनल (ODI) और टी20 इंटरनेशनल (T20I) तीनों फॉर्मेट में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की पूर्ण सदस्यीय टीम है। बांग्लादेश ने अपना पहला टेस्ट मैच नवंबर 2000 में भारत के खिलाफ ढाका में खेला था। उस मैच में उसे 9 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। बांग्लादेश टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली 10वीं टीम है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड 1977 में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) का एसोसिएट सदस्य बन गया। उसने अब तक 6 आईसीसी ट्रॉफियों के लिए प्रतिस्पर्धा की। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बांग्लादेश का पहला प्रवेश 1979 में इंग्लैंड में आईसीसी ट्रॉफी में हुआ। 31 मार्च 1986 को बांग्लादेश ने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला। बांग्लादेश ने 1997 में मलेशिया में आईसीसी ट्रॉफी जीती और 1999 में इंग्लैंड में हुए क्रिकेट विश्व कप के लिए क्वालिफाई किया। बांग्लादेश ने पाकिस्तान और स्कॉटलैंड को हराया, जिसे उस समय का बड़ा उलटफेर माना गया था। 26 जून 2000 को बांग्लादेश को आईसीसी की पूर्ण सदस्यता प्रदान की गई। बांग्लादेश के नाम टेस्ट (2000 और 2002 के बीच 21) और वनडे (2001 और 2004 के बीच 23) में लगातार सबसे ज्यादा हार का रिकॉर्ड है। पूर्ण सदस्य बनने के बाद उसे 1999 विश्व कप के बाद अपनी पहली वनडे जीत के लिए 2004 तक इंतजार करना पड़ा, जो जिम्बाब्वे के खिलाफ था। बांग्लादेश की पहली टेस्ट जीत 2005 में जिम्बाब्वे के खिलाफ थी, जहां दूसरे मैच को ड्रॉ कराकर बांग्लादेश ने अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीती थी। बांग्लादेश ने 2009 में 2 टेस्ट मैच के लिए वेस्टइंडीज का दौरा किया और दोनों जीतकर अपनी पहली विदेशी टेस्ट श्रृंखला जीत हासिल की। बांग्लादेश ने 17 जून 2023 तक 138 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से 18 में जीत हासिल की है। बांग्लादेश ने 23 सितंबर 2023 तक 423 वनडे मैच में 154 मैच जीते हैं। बांग्लादेश ने 153 टी20 इंटरनेशनल मैच में भी खेले हैं। इनमें से उसने 57 में जीत हासिल की है। बांग्लादेश की प्रमुख उपलब्धियों में 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में सेमीफाइनल तक पहुंचना, 2015 आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में क्वार्टर फाइनल खेलना, तीन एशिया कप (2012, 2016 और 2018 में) और 2018 में निदाहास ट्रॉफी में उपविजेता रहना है।