उच्च न्यायालय ने लावारिस कुत्तों की समस्या को बेहद गंभीर बताते हुए दिल्ली-एनसीआर की सरकारों को आठ सप्ताह के अंदर कुत्तों को शेल्टर होम में रखने का निर्देश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद देशभर में लगो अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कोई कोर्ट के इस फैसले का स्वागत कर रहा है तो कई इससे खुश नहीं है।
इस बीच आइए जानते हैं भारत में किस नस्ल के कुत्ते सबसे अधिक पाए जाते हैं:
अधिकतर जो हमें सड़कों, गलियां या फिर गांव में कुत्ते देखने को मिलते हैं वह कुत्तों की 'पारिया प्रजाति' है।
पारिया नस्ल कुत्तों की सबसे पुरानी प्रजाति में से एक है। कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जिसमें इनका इतिहास 4,500 वर्ष पुराना बताया जाता है।
राजापालयम तमिलनाडु में पाए जाने कुत्तों की एक नस्ल है जो सफेद कोट और तेज स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, ये अन्य कई जगहों पर भी पाए जाते हैं।
भारत में कोम्बाई नस्ल के कुत्ते भी पाए जाते हैं।
बखरवाल नस्ल के कुत्ते हिमालय में ज्यादा पाए जाते हैं जो पहाड़ी इलाकों में मवेशियों के साथ खूब नजर आते हैं।
उत्तर प्रदेश के रामपुर में पाया जाने वाला रामपुर ग्रेहाउंड नस्ल का कुत्ता अपनी वफादारी के लिए जाना जाता है। यह एक शिकारी कुत्ता है।