कल्पना कीजिए कि अगर ब्रह्मांड में कोई ऐसा रास्ता हो, जिससे आप एक कोने से दूसरे कोने तक पलक झपकते ही पहुंच जाएं! विज्ञान की इस रोमांचक धारणा को कहते हैं-वॉर्महोल। यह एक अदृश्य सुरंग जैसी होती है, जो अंतरिक्ष में दो बहुत दूर की जगहों को जोड़ सकती है।
वॉर्महोल की अवधारणा भले ही कई विज्ञान कथाओं में दिखती हो, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह अभी सिर्फ एक थ्योरी है। आज तक किसी वैज्ञानिक ने किसी असली वॉर्महोल को देखा या खोजा नहीं है।
अगर वॉर्महोल वाकई मौजूद हों, तो ये इतनी तेज यात्रा का जरिया बन सकते हैं कि सालों का सफर मिनटों में पूरा हो जाए। यानी आप एक गैलेक्सी से दूसरी गैलेक्सी तक ऐसे पहुंच सकते हैं जैसे कमरे से बाहर निकलकर किसी और कमरे में चले गए हों।
कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि वॉर्महोल न केवल दूरी तय करने में मददगार हो सकते हैं, बल्कि इनके जरिए समय में यात्रा करना भी संभव हो सकता है। यानी अतीत या भविष्य में जाना, किसी फिल्मी कहानी की तरह, एक दिन हकीकत बन सकता है।
एक वॉर्महोल को खुला रखने और सुरक्षित बनाए रखने के लिए एक खास तरह के पदार्थ की जरूरत होती है, जिसे 'एक्सॉटिक मैटर' (Exotic Matter) कहा जाता है। यह पदार्थ इतना अनोखा है कि अभी तक इंसानों ने इसे खोजा नहीं है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके बिना वॉर्महोल संभव नहीं होंगे।
वॉर्महोल साइंस फिक्शन का एक पसंदीदा विषय रहा है। ‘इंटरस्टेलर’, ‘एवेंजर्स’, ‘स्टार ट्रेक’ जैसी फिल्मों में आपने ऐसे सुरंगनुमा रास्तों को देखा होगा, जिनसे किरदार पलभर में दूसरी दुनिया में पहुंच जाते हैं।
भविष्य क्या लेकर आएगा ये कोई नहीं जानता, लेकिन आज जो केवल कल्पना लगती है, वह कल वैज्ञानिक खोज बन सकती है। हो सकता है आने वाले समय में इंसान वॉर्महोल के जरिए न केवल अंतरिक्ष की दूरियां तय करे, बल्कि समय में भी सफर करने लगे।