सावन मास की शुरुआत हो चुकी है और ये पूरा महीना महादेव की भक्ति का है।
पूजा के दौरान लोग कई मंत्रों का जाप करते हैं जिसमें से एक 'ऊँ नमः शिवाय' मंत्र भी है। आइए जानते हैं सावन के महीने में इस मंत्र का जाप क्यों करना चाहिए:
ॐ नमः शिवाय भगवान शिव का मूल मंत्र है। यह पंचाक्षरी मंत्र है यानी पांच अक्षरों वाला। शिव जी को समर्पित यह सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंत्र माना गया है। इसका जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस मंत्र का नियमित उच्चारण करने से मन शुद्ध होता है। साथ ही तनाव में राहत और एकाग्रता को बढ़ाता है।
शास्त्रों के अनुसार इस मंत्र के जाप करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और पापों का क्षय होता है। यह सीधे आत्मा को शुद्ध करता है।
शास्त्रों में इस मंत्र को सावन में साधना और ध्यान के लिए सबसे उत्तम माना गया है। इससे आत्मिक बल और आंतरिक ऊर्जा बढ़ती है।
महादेव का ये मंत्र भले ही छोटा है लेकिन बेहद ही सरल प्रभावशाली है।
सुबह स्नान के बाद साफ कपड़े पहनें और फिर महादेव के सामने एक दीपक जलाएं। इसके बाद जल, बेलपत्र और दूध अर्पित करें और इस मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।