सावन के महीने में लोग महादेव को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्रों का जाप भी करते हैं जिसमें से एक है महामृत्युंजय मंत्र।
लेकिन काफी लोग ऐसे हैं जिन्हें इस मंत्र के जाप करने के नियम के बारे में जानकारी नहीं होती है।
ऐसे में आइए जानते हैं सावन में कब और कैसे करना चाहिए इस मंत्र का जाप?
शिवपुराण के अनुसार, महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप नियमित सूर्योदय से पहले करना चाहिए।
इस मंत्र का जाप करने समय रुद्राक्ष की माला जरूर लेना चाहिए।
शिवपुराण के अनुसार इस मंत्र का 108 बार जाप करने से व्यक्ति लाभ मिल सकता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उपासक को धन्य-धान्य की कमी नहीं होती है।
इसके साथ ही उसके रोगों का नाश होता है और अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है।