हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व है। इस पवित्र के साथ पूजनीय माना जाता है।
शास्त्रों के अनुसार, तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है और ये विष्णु जी को अति प्रिय है।
पद्म पुराण के साथ-साथ कई पुराणों में तुलसी की महिमा के बारे में वर्णन है।
ऐसे ही पद्म पुराण के उत्तर खंड के अध्याय 54 में एक श्लोक दिया है। जिसमे तुलसी के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है।
या दृष्टा निखिलाघसंघशमनी स्पृष्टा वपुष्पावनी* रोगाणामभिवन्दिता निरसनी सिक्तान्तकत्रासिनी।* प्रत्यासत्तिविधायिनी भगवत: कृष्णस्य संरोपिता* न्यस्ता तच्चरणे विमुक्तिफलदा तस्यै तुलस्यै नम:॥*
तुलसी के पौधे के दर्शन करने मात्र से हर एक पाप समाप्त हो जाता है और तुलसी के पौधे को स्पर्श करने से आपका पूरा शरीर पवित्र हो जाता है।
पद्म पुराण के इस श्लोक के अनुसार, तुलसी के पौधे को प्रणाम करने से हर तरह के रोगों से मुक्ति मिल जाती है।
तुलसी के पौधे को जल से सींचने से यमराज का भय समाप्त हो जाता है। इसके साथ ही आरोपित करने में श्री कृष्ण के समीप ले जाती है।
भगवान श्री हरि और उनके स्वरूपों के चरणों में तुलसी अर्पित करने से मोक्ष रूपी फल प्रदान करती हैं।