वैदिक ज्योतिष अनुसार गुरु ग्रह साल के अंंत में मिथुन राशि में वक्री होंगे। मिथुन राशि पर बुध ग्रह का आधिपत्य है।
ऐसे में गुरु ग्रह के वक्री होने का प्रभाव सभी राशयों के जातकों पर देखने को मिलेगा। मतलब इन राशियों को धनलाभ और करियर- कारोबार में तरक्की के योग बनेंगे।
साथ ही फंसा हुआ धन मिल सकता है। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…
आप लोगों के लिए गुरु बृहस्पति का वक्री होना लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। इस समय आपको काम- कारोबार में अच्छी तरक्की मिल सकती है।
साथ ही आपको इस समय भाग्य का साथ मिल सकता है। वहीं इस समय आप कोई वाहन या प्रापर्टी खरीद सकते हैं।
गुरु बृहस्पति का उल्टी चाल चलना कन्या राशि के जातकों को अनुकूल सिद्ध हो सकता है। इस अवधि में आपकी आर्थिक स्थिति काफी अच्छी रहने वाली है।
पारिवारिक जीवन में उन्नति होगी। जिससे आपके मन में प्रसन्नता रहेगी। साथ ही आप देश- विदेश की यात्रा कर सकते हैं।
आप लोगों के लिए गुरु ग्रह का वक्री होना लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। इसलिए इस समय आप लोकप्रिय होंगे। साथ ही आपको मान- सम्मान की प्राप्ति होगी।
वहीं इस दौरान आपकी सोची हुई योजनाएं सफल होंगी। वहीं गुरु और वरिष्ठजनों का सहयोग मिलेगा, जिससे मार्गदर्शन और प्रेरणा प्राप्त होगी।