हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा पूजनीय है। पूजा-अनुष्ठानों में पवित्र तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है।
लेकिन सावन के महीने में तुलसी का पत्ता तोड़ना चाहिए या नहीं? आइए जानते हैं।
दरअसल, सावन के महीने में तुलसी का पत्ता तोड़ना वर्जित माना जाता है।
शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु को तुलसी माता अति प्रिय हैं। जब सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है तो इस दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं।
तुलसी माता भी इस दौरान विश्राम करती हैं जिसके चलते पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। इस अवधि को तुलसी निषेध काल भी कहा जाता है।
सावन महीने में शिवलिंग पर तुलसी का पत्ता भूलकर भी अर्पित नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पूजा निष्फल मानी जाती है।
सावन मास में बारिश होने के चलते तुलसी की ऊर्जा ग्रहण करने की शक्ति कम हो जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसे में सावन के समय तुलसी माता तपस्या में लीन मानी जाती हैं। जिसके चलते तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।