Jun 30, 2025

हनुमानजी के 12 नाम कौन-कौन से हैं?

Naina Gupta

हनुमान

एक बार देवराज इंद्र ने क्रोध में आकर बजरंगबली की ठोड़ी (हनु) के ऊपर अपने वज्र से प्रहार किया था। इसके बाद उनका नाम हनुमान पड़ा।

लक्ष्मणप्राणदाता

जब लक्ष्मण का जीवन संकट में था, तब हनुमानजी ने ही संजीवनी बूटी लाकर उनके प्राणों की रक्षा की थी। इसलिए, उनहें लक्ष्मणप्राणदाता भी कहा जाता है।

दशग्रीवदर्पहा

दशग्रीव यानी रावण का घमंड तोड़कर हनुमानजी ने लंका में न केवल सीता माता का पता लगाया था बल्कि लंका में आग भी लगा दी थी। यही वजह है इन्हें दशग्रीवदर्पहा भी कहा जाता है।

रामेष्ट

महाभारत के युद्ध में हनुमानजी ने अर्जुन के रथ की ध्वजा पर विराजमान होकर अर्जुन की मदद की और उनके मित्र बने, इसलिए उन्हें फाल्गुनसखा नाम मिला।

पिंगाक्ष

पिंगाक्ष का मतलब है 'भूरी आंखों वाला'। हिंदू धर्म ग्रन्थों में हनुमानजी भूरी आंखों वाला बताया है।

अमितविक्रम

विक्रम का अर्थ है 'पराक्रमी' और अमित का अर्थ है 'बहुत अधिक'। हनुमानजी के अत्यधिक पराक्रमी होने के कारण उन्हें यह नाम मिला और अमितविक्रम भी कहा जाता है।

उदधिक्रमण

उदधिक्रमण का मतलब है 'समुद्र को लांघने वाला'। माता सीता की खोज करने लंका जाते समय हनुमानजी ने समुद्र को लांघा था।

वायुपुत्र

पवनदेव के मानस पुत्र होने के चलते महावीर को वायुपुत्र भी कहा जाता है।

महाबल

हनुमानजी असीमित बल के स्वामी हैं, इसलिए इन्हें महाबल या महाबली के नाम से भी जाना जाता है।

सीताशोकविनाशन

सीता माता के शोक का निवारण करने के कारण हनुमानजी को सीताशोकविनाशन नाम दिया गया है।

अंजनीसुत

अंजनी माता के पुत्र होने के कारण ही हनुमानजी को अंजनीसुत नाम से भी जाना जाता है।

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