सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है।
इस साल चतुर्दशी तिथि दो दिन होने के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि किस दिन सावन शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा।
सावन शिवरात्रि के दिन कांवड़ यात्रा में लाए गए जल से शिवलिंग का अभिषेक करना लाभकारी हो सकता है।
आइए जानते हैं इस साल किस दिन पड़ रही है सावन की शिवरात्रि
पंचांग के अनुसार , श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 23 जुलाई को सुबह 04 बजकर 38 मिनट पर आरंभ हो रही है, जो 24 जुलाई को देर रात 02 बजकर 29 मिनट पर समाप्त हो रही है।
उदया तिथि के हिसाब से 23 जुलाई 2025 को सावन शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा।
23 जुलाई को निशा काल में शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 07 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक , भद्रावास योग दोपहर 03 बजकर 31 मिनट तक है।
वैदिक पंचांग के मुताबिक सावन शिवरात्रि व्रत का पारण 24 जुलाई 2025 सुबह 05 बजकर 27 मिनट से कर सकते हैं।
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 15 मिनट से 04 बजकर 55 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 38 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 17 मिनट से 07 बजकर 38 मिनट तक