Jun 11, 2025
प्रभु श्री राम के मर्यादा के गुणों का गान करने वाले श्री रामचरितमानस का विशेष महत्व है।
रामायण की हर चौपाई और मंत्र हर व्यक्ति को किसी न किसी तरह की सीख अवश्य देती है।
ऐसे ही हम आपको रामायण की कुछ चौपाईयों के पा करने के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें करने से हर कामना पूर्ण होती है।
ये चौपाई रामचरितमानस के अयोध्याकांड से ली गई है रिधि सिधि संपति नदीं सुहाई। उमगि अवध अंबुधि कहुँ आई।।
जीवन में सुख-समृद्दि के लिए पढ़ें ये चौपाई सुनहि विमुक्त बिरत अरू विबई। लहहि भगति गति संपति नई।।
जब तें रामु ब्याहि घर आए। नित नव मंगल मोद बधाए।।
गई बहारे गरीब नेवाजू। सरल सबल साहिब रघुराजू।।
निर्मल मन जन सो मेहि पावा। मोहि कपट छल छिद्र न भावा।।
हाथ में ऐसा शनि पर्वत होने पर जीवन में खूब मिलता है मान- सम्मान और शोहरत