टैटू बनाने का चलन आजकल लोगों के बीच में काफी कॉमन हो चुका है। नौजवान तो सबसे ज्यादा टैटू बनवा रहे हैं।
यहां भी खुद को धार्मिक दिखाने के लिए कई लोग भगवान के टैटू अपने शरीर पर गुदवाते हैं।
लेकिन भगवान के टैटू का शरीर पर बनना सही बात नहीं है, इसे ज्यादा शुभ नहीं माना जाता है।
प्रेमानंद महाराज ने काफी विस्तार से इस बारे में बताया है, उन्होंने एक भक्त के सवाल पर जवाब दिया है।
प्रेमानंद महाराज के मुताबिक शरीर पर कभी भी भगवान का टैटू नहीं बनवाना चाहिए।
वे तर्क देते हैं की एक इंसान दिन में कई बार कई अपवित्र चीजों को भी छूता है, ऐसे में भगवान का अपमान होता है।
प्रेमानंद महाराज की मानें तो जब आप नहाते हैं या फिर शौच में होते हैं, पानी आपके टैटू से होकर गुजरता है।
अगर भगवान का टैटू बनवा उसका अपमान होता है, उस स्थिति में पाप के भागीदार आप भी बन जाते हैं।
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि अगर किसी ने भगवान का टैटू बनवाया है तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए।