भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है।
इस एकादशी का व्रत करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और व्रती को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस साल परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 3 सितंबर , बुधवार का रखा जा रहा है।
परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने के साथ इन उपायों को करना लाभकारी हो सकता है।
परिवर्तिनी एकादशी पर विष्णु जी को भोग लगाते समय तुलसी दल अवश्य रखें, वरना वो भोग स्वीकार नहीं करते हैं।
भगवान विष्णु को पीली रंग की वस्तुएं अति प्रिय है। इसलिए परिवर्तिनी एकादशी के दिन पीले रंग की मिठाई, वस्त्र, दाल आदि अर्पित कर गए थे।
एकादशी के दिन डंठल वाला एक पान में कुमकुम और रोली से श्री लिखें। इसके बाद इसे विष्णु जी को अर्पित कर दें और बाद में इसे लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रख लें।
परिवर्तिनी एकादशी पर भगवान विष्णु को सूखा नारियल और बादाम का भोग लगाएं और फिर इसे प्रसाद को रूप में बांट दें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूर्ण होती है।