धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा-आराधना करने से उपासक को विशेष फल की प्राप्ति होती है।
वहीं, सावन के महीने में कई चीजों का चढ़ाना और सेवन करना वर्जित माना गया है।
कढ़ी को लेकर भी कहा जाता है कि सावन के महीने इसके सेवन से बचना चाहिए।
दही और कढ़ी जैसे ठंडी प्रकृति वाले वाले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि ये चीजों शरीर में तामसिकता बढ़ाती हैं।
सावन के महीने में उपासक शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाते हैं। ऐसे में इस पूरे मास दूध-दही और इससे बनी अन्य चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
यही कारण है कि सावन के महीने में दही के सेवन से बचना चाहिए।
वैज्ञानिक कारण का बात करें तो सावन के महीने में हवा में नमी के कारण पाचन धीमा हो जाता है।
ऐसे में दही और कढ़ी जैसी चीजें शरीर के लिए भारी हो सकती हैं जिससे पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।