सावन का महीना धार्मिक और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहद खास होता है। इस समय खान-पान में सावधानी बरतना जरूरी होता है। दरअसल, बारिश के कारण पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है।
खिचड़ी, मूंग की दाल, लौकी, तुरई, और तोरी जैसी सब्जियां आसानी से पच जाती हैं और पाचन को बेहतर बनाती हैं।
मौसमी फल जैसे सेब, पपीता, केला और खीरा-प्याज जैसी चीजें इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करती हैं।
हल्दी और अदरक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मौसम में होने वाले वायरल से बचाते हैं।
ठंडा पानी या फ्रिज का पानी पाचन को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए हल्का गर्म पानी पीना बेहतर होता है।
बारिश में पालक, मेथी जैसी पत्तेदार सब्जियों में कीड़े या बैक्टीरिया हो सकते हैं।
पूड़ी, पकौड़ी और तला-भुना खाना पाचन पर असर डालता है और एसिडिटी या गैस की समस्या हो सकती है।
सावन के मौसम में नमी और तापमान के कारण खाना जल्दी खराब हो जाता है। बासी भोजन खाने से फूड पॉइजनिंग, पेट दर्द और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।