भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपनी फिटनेस और वेट लॉस को लेकर एक अनोखा खुलासा किया है।
34 साल की उम्र में भी अपनी फिटनेस को बनाए रखने वाले शमी, अपनी डाइट और ट्रेनिंग के बारे में बात करते हुए बताते हैं कि वे किस तरह से अपने वजन को नियंत्रित रखते हैं और फिट रहते हैं।
शमी का वेट लॉस रूटीन काफी खास है। वे दिन में सिर्फ एक बार खाना खाते हैं और ब्रेकफास्ट या लंच को पूरी तरह से छोड़ देते हैं।
शमी ने 21 फरवरी को स्टार स्पोर्ट्स पर नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बातचीत के दौरान बताया, "साल 2015 के बाद, मैं सिर्फ रात का खाना खाता हूं, नाश्ता नहीं करता और लंच भी नहीं करता।"
उन्होंने आगे कहा, "ऐसा करना मुश्किल है, लेकिन जब इसे आदत बना लिया, तो यह आसान हो जाता है।" उनका मानना है कि इस रूटीन से उनका शरीर ठीक रहता है और वजन बढ़ने का खतरा नहीं होता।
शमी ने अपनी रिहैबिलिटेशन के दौरान वेट गेन से जूझते हुए 9 किलो वजन कम किया था। वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल के दौरान टखने की चोट के कारण वे 14 महीने तक क्रिकेट से बाहर रहे थे। इस दौरान उनका वजन बढ़ गया था, लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत करके उसे वापस कम किया।
शमी ने बताया, "सबसे मुश्किल चीज ये थी कि खुद को चैलेंज देना और वापस फिट होना। एनसीए में रहते हुए यह एक कठिन दौर था, लेकिन मैंने अपनी मेहनत जारी रखी और 9 किलो वजन घटाया।"
शमी की डाइट बहुत ही सख्त है। वे मिठाई और ज्यादा चटपटी चीजों से दूर रहते हैं, जो आमतौर पर लोगों के लिए आकर्षक होती हैं।
उन्होंने कहा, "मेरा वजन 90 किलो तक पहुंच गया था, लेकिन मैंने अपनी जुबान पर काबू पा लिया है। मैं मीठे और चटपटी चीजों से दूर रहता हूं। मैं बहुत सारी चीजों से बचता हूं, जो आम तौर पर लोग खाते हैं।"
हालांकि शमी अपनी डाइट को लेकर काफी स्ट्रिक्ट रहते हैं, वे कहते हैं कि कभी-कभी खुद को ट्रीट देना जरूरी होता है। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "और, जहां तक बिरयानी का सवाल है, कभी-कभी ये चलता है।"