May 23, 2025
शायद ही कोई ऐसा हो जिसने समोसा नहीं खाया होगा। भारत में ये स्ट्रीट फूड काफी मशहूर है।
भारत के हर शहर की गली, मोहल्लों और चौराहे पर समोसा बिकता हुआ आसानी से मिल जाएगा।
सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, दक्षिण एशिया, पुर्तगाल, पूर्वी अफ्रीका, नेपाल के अलावा भी कई देशों में मशहूर है।
लेकिन काफी लोग ऐसे हैं जिनको इसका असला नाम नहीं पता होगा। आइए जानते हैं इसका असली नाम और कैसे पहुंचा भारत?
समोसे का इतिहास काफी पुराना है। कहते हैं कि ये ईरान से भारत पहुंचा। फारसी में इसका नाम 'संबुश्क' था और जब ये भारत पहुंचा तो लोगों ने इसे समोसा नाम दे दिया।
समोसे का इतिहास 11वीं सदी से जुड़ा है। इतिहासकार अबुल-फल बैहाकी के लेख में समोसा का जिक्र है जिसमें उन्होंने गजनवी के दरबार में एक ऐसी नमकीन चीज का नाम लिया था। उस वक्त समोसे में कीमा और मावे भरकर बनाए जाते थे।
पुराने जमाने में समोसा प्रवासियों के साथ अफगानिस्तान होते हुए भारत पहुंचा। भारत में जब समोसा पहुंचा तो इसमें भरी जाने वाली फिलिंग में तमाम बदलाव हुए।
ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान में सोमेस में सूखे मेवे-फल की जगह बकरे और भेड़ के मीट डाले जाते थे।
ऐसा कहा जाता है कि, समोसा जब भारत पहुंचा तो इसमें तमाम बदलाव किए गए लेकिन जब इसमें आलू भर कर बनाया गया तो ये लोगों भा गया।
गर्मी में इन 5 लोगों को भूलकर भी नहीं पीनी चाहिए छाछ, जानें वजह