गणेश चतुर्थी का त्योहार देशभर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन घर-घर में भगवान गणेश की आराधना की जाती है और उन्हें विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित किए जाते हैं। खासकर महाराष्ट्र में भोग के लिए पुरण पोली जरूर बनाई जाती है।
यह ट्रेडिशनल व्यंजन न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि बेहद पौष्टिक भी है। गेहूं के आटे से बनी यह मीठी रोटी अंदर से चने की दाल और गुड़ की भराई से तैयार की जाती है। आइए जानते हैं इसकी आसान रेसिपी—
गेहूं का आटा – 2 कप, मैदा – 2 बड़े चम्मच, घी – 2 बड़े चम्मच, पानी – आवश्यकतानुसार, नमक – चुटकीभर, चना दाल – 1 कप, गुड़ – 1 से 1¼ कप (कद्दूकस किया हुआ), इलायची पाउडर – ½ चम्मच, जायफल पाउडर – 1 चुटकी, घी – सेंकने के लिए
स्टेप 1 – सबसे पहले एक बर्तन में गेहूं का आटा, मैदा, घी और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसमें पानी डालकर नरम और लचीला आटा गूंथ लें। ढककर 30 मिनट के लिए रख दें।
चना दाल को धोकर 2–2½ कप पानी में प्रेशर कुकर में 3–4 सीटी आने तक पकाएं। पानी निकालकर दाल को अलग रख दें।
अब एक भारी तली की कढ़ाही में पकी हुई दाल और गुड़ डालें। मध्यम आंच पर चलाते हुए पकाएं जब तक मिश्रण गाढ़ा न हो जाए और पैन के किनारे छोड़ने लगे। इसमें इलायची और जायफल पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें। इसे ठंडा होने दें।
आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और हर लोई में लगभग डेढ़ चम्मच पुरण (दाल-गुड़ का मिश्रण) भरें।
लोई को हल्के हाथों से बेलकर पतली रोटी बना लें।
गरम तवे पर दोनों तरफ से घी लगाकर सुनहरा होने तक सेंकें।
तैयार गरमा-गरम पुरण पोली भगवान गणेश को भोग लगाएं और परिवार के साथ प्रसाद के रूप में आनंद लें।