आपको पॉलिसी लेते समय यह पक्का कर लेना चाहिए कि आपकी किसी बीमारी का कवरेज कितने साल के बाद मिलना शुरू होगा।
आपको पॉलिसी लेते वक्त यह पता कर लेना चाहिए कि आपकी पॉलिसी किन-किन बीमारियों को कवर करती है।
आप अगर किसी पॉलिसी वर्ष में कोई क्लेम नहीं करते हैं, तो कंपनी आपको अगले वर्ष आपके बीमा राशि में बढ़ोतरी करती हैं। इसे नो-क्लेम बोनस कहते हैं, बीमा खरीदते समय यह जरूर पूछें कि कंपनी कितना नो-क्लेम बोनस प्रदान करती है।
आपको पॉलिसी खरीदते समय कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेश्यो कैसा है, इसके बारे में पता कर लेना चाहिए।
आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में क्या कवर नहीं है, इसके बारे में भी आपको पता कर लेना चाहिए।
इंश्योरेंस कंपनियां कई हॉस्पिटल के साथ पॉर्टनरशिप करती हैं। लेकिन यह पता लगाना काफी जरूरी है कि आपके घर के पास और बेहतर हॉस्पिटल इस लिस्ट में शामिल है या नहीं।
आपके पास 25 साल की उम्र के बाद हर हाल में हेल्थ इंश्योरेंस होना चाहिए। क्योंकि आयु के इस पड़ाव के बाद बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है।
आप अगर कम उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस खरीदेंगे, तो आपको कम प्रीमियम देना होगा।