आप सबसे पहले तय करें कि आपको कितने महीने (कम से कम 6 महीने) का खर्च इमरजेंसी फंड में चाहिए।
अपनी कमाई से हर महीने कुछ रकम अलग निकालें।
इन पैसों को कभी खर्च न करें, इन्हें सिर्फ इमरजेंसी के लिए रखें।
आप इन फंड को सेविंग्स अकाउंट पर न करें, इसे आप एफडी या लिक्विड फंड जैसी सुरक्षित जगह रख सकते हैं।
आप अपने इमरजेंसी फंड को अलग अकाउंट में भी रख सकते हैं, ताकि आसानी से खर्च न हो पाए।
इसके अलावा, आप अपने बोनस या एक्स्ट्रा इनकम से मिलने वाली राशि का कुछ हिस्सा भी फंड में डालें।
आपको हर साल अपने फंड की समीक्षा करना चाहिए और इसे आपको अपनी जरूरत के हिसाब से बढ़ाना चाहिए।
आपने अपने खर्चों को लिखकर रखना चाहिए और जहां बचत हो सकती है वहां से पैसा फंड में डालें।