बंदर क्यों छीन लेते हैं लोगों के पर्स, टोपी और चश्मे? जानिए वजह

वृंदावन हमारे देश का मशहूर तीर्थ स्थल है। रोजाना सैकड़ों लोग यहां श्रद्धा भाव के साथ आते हैं।

भगवान कृष्ण की इस पावन नगरी में श्रद्धालुओं को बंदरों से रूबरू होना पड़ता है।

अकसर देखा जाता है कि बंदर लोगों के बैग, टोपी, चश्मे सहित खाने-पीने की चीजें तक छीन लेते हैं।

इसके पीछे पौराणिक मान्यताएं हैं। कहा जाता है कि वृंदावन में जो बंदर हैं वो किसी ना किसी साधु-महात्मा के अवतार हैं।

माना जाता है कि भगवान कृष्ण के काल में हर किसी को उसके कर्मों के हिसाब से पुनर्जन्म मिला है। यहां के बंदरों का साधुओं का पुनर्जन्म बताया जाता है।

कहा जाता है कि ये बांकेबिहारी के दर्शन करने आने वालों के सामान इसलिए छीन ले जाते हैं ताकि उन्हें भी प्रसाद खाने को मिले।

जब लोग इन बंदरों को प्रसाद खिलाते हैं तब ये उनका सामान लौटा देते हैं।

हालांकि ये मात्र एक पौराणिक कारण है। बंदरों की इस हरकत की कोई वैज्ञानिक वजह अभी सामने नहीं आई है।