क्यों लगाई जाती है मिठाइयों पर चांदी की परत? शायद ही होगा पता

भारत में एक से बढ़कर एक मिठाई मिलती हैं। पश्चिम बंगाल से लेकर बनारस तक की गलियों में आपको अलग-अलग वैरायटी की ऐसी मिठाइयां मिलेंगी जो दुनियाभर में भी खूब मशहूर हैं।

बहुत सी ऐसी भी मिठाइयां होती हैं जिनपर सिल्वर कलर का पेपर लगा होता है। जिसे चांदी का वर्क कहते हैं।

खासकर काजू कतली, बेसन चक्की के साथ ही अन्य मिठाइयों पर चांदी की परत लगाई जाती है।

लेकिन क्या आपको पता है कि इन मिठाइयों पर चांदी की परत क्यों लगाई जाती है।

दरअसल, चांदी में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मिठाई को लंबे समय तक खराब होने से बचाते हैं।

इस गुण के चलते मिठाइयों पर बैक्टीरिया पनपने की संभावना कम हो जाती है और ये लंबे समय तक चलती हैं।

यही कारण है कि कई मिठाइयों पर चांदी की परत लगाई जाती है।

ऐसे बनता है

पहले इसे चमड़े में रखकर विशेष तरह के हथौड़े से कूट-कूट कर पतला किया जाता था। लेकिन अब इसे जर्मन बटर पेपर नामक शीट या फिर मशीन की मदद से बनाया जाता है।