Dec 13, 2023 Vivek Yadav
Source: pexels
चंदा मामा दूर के, चंदा मामा की बारात के साथ ही न जाने कितनी कविताएं ऐसी हैं जिसे हम बचपन से ही सुनते आए हैं। लेकिन, क्या आपको पता है चंदा को मामा का दर्जा क्यों दिया गया है। क्यों नहीं चाचा या फिर ताऊ कहा गया।
रात में दादी या फिर नानी अक्सर बचपन में चंदा मामा की कहानियां और लोरी सुनाया करती हैं।
इसके पीछे वैज्ञानिकी और पौराणिक दोनों मान्यताएं हैं।
भारत इकलौता ऐसा देश है जहां पर चांद को मामा का दर्जा मिला हुआ है।
कई महान कवियों और कहानियों में चांद को मामा कहरकर संबोधित किया गया है।
ये पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। दरअसल, समुद्र मंथन से मां लक्ष्मी के बाद कई तत्व बाहर निकले थे जिनमें चंद्रमा भी शीमलि थे।
उन सभी तत्वों को मां लक्ष्मी का छोटा भाई या उनकी छोटी बहन माना गया। हिंदू मान्यताओं में हम लक्ष्मी जी को मां कहते हैं तो ऐसे मेों चंद्रमा उनके भाई हुए। इसी आधार पर चंद्रमा को मामा कहा जाता है।
चांद को मामा कहने के पीछे वैज्ञानिक वजह यह है कि, चांद पृथ्वी के चारों ओर भाई की भांति चक्कर लगाता है। पृथ्वी को हम मां का दर्जा दिए हैं और ऐसे में चांद को मामा बोला गया।
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