कई बार ऐसा देखा गया है कि लोग नदी में सिक्के फेंकते हैं।
पवित्र नदी की देवी से वर्दान मांगने के लिए भी लोग सिक्के फेंकते हैं।
ऐसे में क्या नदी में सिक्का फेंकने के पीछे सिर्फ लोगों की आस्था है या फिर कोई और वजह।
ये बात बहुत कम लोगों को ही पता है कि नदी में सिक्का फेंकने के पीछे सांइस भी है।
दरअसल, पहले के समय में तांबे के सिस्कों का चलन था।
नदियां पीने के पानी की मुख्य स्रोत होती हैं।
तांबे के बर्तन में पानी पीने के अनेकों फायदे हैं।
पहले के समय में कॉपर के सिक्के इसलिए डाले जाते थे जिससे नदियों में कॉपर की मात्रा बढ़े और पानी शुद्ध रहे।