भारतीय रेल दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। रेल ने लोगों के सफर को काफी आसान बना दिया है।
रेल से जुड़ी कई चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें हम देखते तो हैं लेकिन इसका असल मतलब नहीं पता होता।
इन्हीं में से एक है रेलवे ट्रैक पर बिछे पत्थरों को क्या कहते हैं और इनका काम क्या होता है। हो सकता है काफी लोगों को पता हो लेकिन बहुत से ऐसे भी लोग हैं जिन्हें नहीं पता है।
रेलवे पटरियों पर बिछाए जाने वाले इन पत्थरों को ट्रैक बैलेस्ट कहते हैं।
जब ट्रैक पर ट्रेन दौड़ती है तो तेज कंपन होता है और साथ ही काफी शोर भी होता है।
ट्रैक पर बिछाए गए ये ट्रैक बैलेस्ट यानी छोटे पत्थर शोर को कम करने के साथ ही कंपन के समय ट्रैक के नीचे की पट्टी जिसे स्लीपर्स कहते हैं उसको फैलने से रोकने का काम करते हैं।
अगर ट्रैक के बीच और आसपास इन पत्थरों को न बिछाया जाए तो ट्रेन के भारी भरकम वजन से होने वाले कंपन से लाइन क्रैक होकर टूट सकती है। इसी कारण पत्थरों को बिछाया जाता है।
इसके अलावा ये ट्रैक बैलेस्ट स्लीपर्स को मिट्टी में धंसने से बचाते हैं। साथ ही इनके होने से ट्रैक पर घास-फूंस भी नहीं उगते हैं।