Feb 19, 2024

पीले रंग के बोर्ड पर ही क्यों लिखा होता है रेलवे स्टेशन का नाम?

Archana Keshri

भारतीय रेलवे से आपने भी कभी न कभी सफर जरूर किया होगा। अगर आपने कभी गौर किया हो तो देखा होगा कि रेलवे स्टेशन का नाम हमेशा पीले साइन बोर्ड पर लिखा हुआ नजर आता है।

Source: express-archives

इन्हें देखने के बाद आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि रेलवे स्टेशन का नाम लिखने के लिए रेलवे किसी दूसरे रंग का इस्तेमाल क्यों नहीं करता?

Source: pexels

दरअसल, इसके पीछे एक नहीं बल्कि कई खास कारण हैं। रेलवे स्टेशन का नाम पीले बोर्ड पर लिखे जाने का पहला कारण यह है कि पीला रंग बहुत चमकदार होता है जो ट्रेन ड्राइवर को दूर से ही दिखाई दे जाता है।

Source: express-archives

इसके अलावा ये पीले रंग के बोर्ड ट्रेन के लोको पायलट को गाड़ी की गति धीमी करने, सतर्क रहने और ठहरने का संकेत भी देते हैं।

Source: express-archives

आपने देखा होगा कि कई रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकती हैं। लेकिन इन पीले बोर्डों की वजह से लोको पायलट स्टेशन में प्रवेश करने से लेकर बाहर निकलने तक हॉर्न बजाते रहते हैं ताकि स्टेशन पर मौजूद यात्री सतर्क हो जाएं और रेलवे ट्रैक पर न पहुंचें।

Source: express-archives

अन्य रंगों की तुलना में पीला रंग रात के अंधेरे में भी दूर से दिखाई दे जाता है। इस रंग पर काले रंग से लिखा स्टेशन का नाम भी दूर से पढ़ा जा सकता है।

Source: express-archives

इसके पीछे वैज्ञानिक कारण ये है कि पीले रंग की वेवलैंथ 570 से 590 नैनोमीटर होती है। यह लाल रंग के बाद सबसे अधिक वेवलैंथ वाला रंग है।

Source: express-archives

इसका मतलब है कि पीला रंग लाल रंग की तुलना में 1.24 गुना अधिक दिखाई देता है। इसके अलावा यह रंग आंखों को भी काफी सुकून देता है।

Source: express-archives

किचन को हिंदी में रसोई तो उर्दू में क्या कहते हैं, जानें यहां