कहां से शुरू हुई थी केक काटने की परंपरा? नहीं होगा पता

हम बचपन से देखते आ रहे हैं कि बर्थडे पार्टीज में केक जरूर कटता है।

इसके साथ ही मैरिज एनिवर्सरी, शादी या फिर कई अन्य फंक्शन में भी लोग केक काट कर सेलिब्रेट करते हैं।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि केक काटने की परंपरा कहां से शुरू हुई थी।

कहा जाता है कि प्राचीन मिस्र वासियों ने जन्मदिन मनाने का कॉन्सेप्ट दिया था।

उनसे प्रेरित होकर यूनानियों ने बाद में 'जन्मदिन' की परंपरा को अपनाया और पकी हुई रोटियां, बिस्कुट और शहद मिलाकर केक बनाना शुरू किया।

हालांकि, ये भी बताया जाता है कि मध्य युग के बाद जर्मनी ने केक काटकर जन्मदिन मनाने की परंपरा शुरू की।

कहा जाता है कि, जर्मनी के लोग क्रिसमस पर केक काटकर ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाते थे। इसके बाद ये चलन बढ़ता गया और फिर बच्चों के जन्मदिन से जोड़ दिया गया।

जर्मनी में बच्चों के जन्मदिन की पार्टी को 'किंडरफेस्ट' कहते थे। ऐसे में कहा जा सकता है कि असल में जन्मदिन मानने की परंपरा जर्मनी से शुरू हुई थी।