Feb 16, 2024

धूप के लिए नहीं बल्कि इस वजह से हुआ था Sunglasses का आविष्कार

Archana Keshri

हम अपनी आंखों को धूप से बचाने के लिए सनग्लासेस का इस्तेमाल करते हैं। इसे गॉगल्स और शेड्स के नाम से भी जाना जाता है।

Source: pexels

आज के समय में यह एक फैशन एक्सेसरी भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सनग्लासेस का आविष्कार धूप के लिए नहीं किया गया था?

Source: pexels

इसका आविष्कार 12वीं सदी में चीन में हुआ था। इसे धुएं के रंग के क्वार्ट्ज से बनाया गया था।

Source: pexels

ये चश्मा चीन में जजों के लिए बनाया गया था, ताकि जब वे अदालत में गवाहों से पूछताछ करें तो उनकी आंखें, चेहरे के भाव और उनकी भावनाएं गवाहों को दिखाई न दें।

Source: pexels

एक बड़ा सवाल यह उठता है कि जब ये चश्मा जजों के लिए बनाया गया था तो फिर इन्हें धूप का चश्मा क्यों कहा जाने लगा और इनका सफर यहां तक ​​कैसे पहुंचा?

Source: pexels

दरअसल, 18वीं शताब्दी के आसपास नजर के चश्मे बनाए जाने लगे थे। इसी सदी में जेम्स ऐसकॉफ ने नजर के चश्मों के लेंस को रंगीन बनाना शुरू किया।

Source: pexels

जेम्स ऐसकॉफ को लगा कि लेंस को हरे या नीले रंग में बदकर लगाने से दृष्टि दोषश को ठीक कर सकते हैं।

Source: pexels

हालांकि, जब लोग ये चश्मा पहनकर धूप में निकलते थे, तो उन्हें साफ दिखाई देने लगता था और तभी से इन चश्मों को धीरे-धीरे धूप का चश्मा कहा जाने लगा।

Source: pexels

20वीं सदी आते-आते मॉडर्न चश्मे आने लगे, जो काले रंग के हुआ करते थे। इन्हें हॉलीवुड स्टार्स पहनने लगे। धीरे-धीरे सनग्लासेज़ का क्रेज पूरी दुनिया के सिर चढ़कर बोलने लगा।

Source: pexels

हमेशा हंसते हुए क्यों दिखते हैं लाफिंग बुद्धा, जानें कौन थे?