इन दिनों डिजिटल अरेस्ट को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। ये एक नया धोखाधड़ी करने का तरीका है जिसमें ठग अपने आप को सरकारी अफसर बताकर लोगों के साथ ठगी करते हैं।
इस दौरान ठग करने वाले ड्रग्स, पैसों का लेनदेन या फिर अन्य इस तरह की आपराधिक चीजों में आपके नाम होने और केस की बात कहकर फंसाते हैं।
इसके अलावा सरकारी ऑफिसर बनकर लोगों से वीडियो कॉल करते हैं और फिर उन्हें विश्वास दिलाते हैं।
जैसे ही उनपर आपको विश्वास हो जाता है इसके बाद ये केस से आपका नाम हटाने के लिए पैसों की डिमांड करते हैं।
जब तक पैसा नहीं मिल जाता ये लोगों को धमकाते हैं और जेल भेजने की बात कहते हैं। ऐसे में लोगों को मजबूरन उन्हें पैसे देने पड़ते हैं।
इसके अलावा कई बार बताया जाता है कि उनका कोई करीबी मुसीबत में है। किसी का बच्चा कोई पुलिस केस में फंस गया है तो उनके पैरेंट्स को फोन करके ये ठग अपने जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं वीडियो कॉल ये अपराधी पुलिस की वर्दी पहनकर करते हैं ताकी लोगों को यकीन हो जाए।
कई लोग डिजिटल अरेस्ट में 2 दिन तक रह चुके हैं। इसके अलावा कई लोगों ने तो सुसाइड भी कर लिया है। ऐसे में जब भी इस तरह के फोन आपके पास आए तो सबसे पहले अपने घर के सदस्यों को बताएं और फिर नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर पुलिस को इसकी जानकारी दें।