भारत का ये जगह कहलाता है पक्षियों का सुसाइड प्वाइंट

पक्षियों का सुसाइड प्लाइंट

इंसानों के आत्महत्या के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी पक्षियों के सुसाइड के बारे में सुना है।

रहस्यमय है ये जगह

भारत के कई रहस्यमय जगहों के बारे में हम पहले से ही सुनते आए हैं। लेकिन देश में एक ऐसा रहस्यमय जगह है जिसे पक्षियों का सुसाइड प्वाइंट कहा जाता है। कहते हैं यहां पक्षियां झुंड में आकर आत्महत्या करते हैं।

ये है वो जगह

दरअसल, असम के दिमा हासो जिले की पहाड़ी में स्थित जतिंगा घाटी को पक्षियों का सुसाइड प्वाइंट कहा जाता है। खासकर हर साल सितंबर की शुरुआत में ये ज्यादा देखने को मिलता है।

रात में एंट्री पर प्रतिबंध

इस घाटी में रात में एंट्री पर प्रतिबंध है। पक्षियों की शाम 7 से रात 10 बजे के बीच ज्यादा मौत होती है। इसमें स्थानीय और प्रवासी चिड़ियों की 40 प्रजातियां शामिल रहती हैं।

कारण

कई पक्षी वैज्ञानिकों का इस दुर्लभ घटना के पीछे चुंबकीय ताकत का मानना है। नम और कोहरे भरे मौसम में हवाएं तेजी से बहती हैं तो रात के अंधेरे में पक्षी रोशनी के आसपास उड़ने लगते हैं।

क्यों होता है ऐसा

रोशनी के कारण उन्हें दिखाई नहीं देता और तेजी से उड़ते हुए वे किसी इमारत, पेड़ या वाहनों से टकरा जाते हैं। इसी के चलते सितंबर महीने के दौरान जतिंगा में बाहरी लोगों के आने पर रोक भी है और साथ ही शाम के वक्त गाड़ियां चलाने पर भी मनाही है।

घाटी के लोगों की मान्यता

एक रिपोर्ट की मानें तो जतिंगा घाटी के लोगों का मानना है कि इस दौरान हवाओं में कोई पारलौकिक ताकत आ जाती है जो पक्षियों से ऐसा करवाती है।

वैज्ञानिक भी हैरान

वहीं, 'द वाइल्डलाइफ ऑफ इंडिया' किताब में भी इसका जिक्र किया गया है कि कई रिसर्च के बाद भी वो समझ नहीं पाए कि ऐसा क्यों होता है। पक्षी हर साल 15 अगस्त से 31 अक्टूबर के दौरान ऐसा करते हैं।