जंग में नहीं इस बीमारी से हुई थी मुगल बादशाह अकबर की मौत

अकबर मुगल वंश का तीसरा शासक था। इतिहासकार अकबर को मुगलों का सबसे महान शासक बताते हैं।

अकबर का पूरा नाम अबू अल-फतह जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर था। दक्षिण भारत में दक्कन को छोड़ कर अकबर ने लगभग पूरे भारत पर विजय प्राप्त कर ली थी।

अपने शासनकाल में अकबर ने सभी धर्मों का सम्मान किया था और साथ ही सभी जाति-वर्गों के लोगों को एक समान माना।

अपने शासनकाल में अकबर ने एक से बढ़कर एक जंग लड़ी। जिसमें से एक जंग की चर्चा आज भी होती है।

वो जंग थी मेवाड़ के महाराणा प्रताप के साथ जिसे हल्दीघाटी में 18 जून 1576 को लड़ा गया था। अकबर के पास लाखों सैनिक थे तो महाराणा प्रताप के पास कुछ ही लेकिन फिर भी मुगल बादशाह की जीत नहीं हुई।

लेकिन क्या आपको पता है कि अकबर की मृत्यु किसी जंग में नहीं बल्कि एक बीमारी से हुई थी।

मुगल बादशाह अकबर की मृत्यु 25 अक्टूबर 1605 में हुई थी।

इतिहासकारों की मानें तो, अकबर की मौत पेचिश के कारण हुई थी। कहा जाता है कि 3 अक्टूबर 1605 को वो इस बीमारी से ग्रसित हुए और 25 अक्टूबर 1605 को उनकी मौत हो गई।