दुनिया अजीबोगरीब रहस्यों से भरी हुई है। यहां आपको खूबसूरत और डरावनी दोनों तरह की कई चीजें देखने को मिलेंगी। आपने कई बार लोगों को स्वर्ग और नर्क के बारे में बात करते हुए सुना होगा।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि धरती पर भी 'नरक का दरवाजा' मौजूद है। जी हां आपने सही पढ़ा, यह दरवाजा तुर्कमेनिस्तान में है।
इस देश में एक काराकुम रेगिस्तान है जिसे नरक के दरवाजे के नाम से जाना जाता है।
दरअसल, इस रेगिस्तान के बीच में तीन बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए है जिसमें चारों तरफ आग जलती रहती है।
इसमें लगी आग पिछले 50 सालों से भी ज्यादा समय से धधक रही है। इस गड्ढे से निकलने वाली गर्मी काफी दूर तक महसूस होती है।
बता दें, यह गड्ढे क्रेटर है, जिसमें मीथेन गैस की वजह से आग निकलती रहती है। लेकिन आपको बता दें यह गड्ढे यहां हमेशा से नहीं थे।
दरअसल, 70 के दशक की शुरुआत में यहां प्राकृतिक गैस के बड़े भंडार का पता चला था, तब तुर्कमेनिस्तान सोवियत संघ का हिस्सा था।
माना जाता है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद सोवियत संघ के हालात ठीक नहीं थे। रूस इस दौरान आर्थिक कमजोरी से जूझ रहा था।
इसे दूर करने के लिए सोवियत संघ के भू-वैज्ञानिक कच्चे तेल के भंडार की खोज कर रहे। इसी दौरान उन्हें तुर्कमेनिस्तान में प्राकृतिक गैस का एक बड़ा सोर्स मिला।
यहां खुदाई के दौरान जमीन धंसने से ये गड्ढे बन गए। इन गड्ढों से मीथेन गैस का रिसाव तेजी से होने लगा। वायुमंडल को ज्यादा नुकसान ना पहुंचे इसलिए वैज्ञानिकों ने गड्ढे में आग लगा दी।
वैज्ञानिकों का अनुमान था कि गैस के खत्म होते ही आग बुझ जाएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। तब से लेकर अब तक ये आग वैसे ही जल रही है।