Apr 01, 2024

7 साल पीछे है इस देश का कैलेंडर, इसके 1 साल में होते हैं 13 महीने

Archana Keshri

धरती पर मौजूद सभी देशों में कुछ न कुछ खासियत होती है जो उन्हें दूसरों से अलग बनाती है। कुछ देशों में आपको खूबसूरत वादियां दिखेंगी तो कुछ में संस्कृति और सभ्यता आपको हैरान कर देगी।

Source: pexels

इन्हीं में से एक इथियोपिया अद्भुत देश है, जो अपनी अनूठी संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है। इनमें से एक अनोखी बात है उनका कैलेंडर।

Source: pexels

इथियोपियाई कैलेंडर को 'गीज़ कैलेंडर' के नाम से जाना जाता है। ये इथियोपिया का ऑफिशियल कैलेंडर भी है। ये कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर से अभी 7 साल और 8 महीने पीछे चल रहा है।

Source: pexels

दरअसल, इथियोपियाई कैलेंडर में 13 महीने होते हैं, जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर में 12 महीने होते हैं। इसके पहले 12 महीनों में केवल 30 दिन होते हैं, जबकि आखिरी महीना, जिसे पागुमेन कहा जाता है, में 5 दिन होते हैं और लीप ईयर में 6 दिन होते हैं।

Source: pexels

इथियोपियाई कैलेंडर के 13 महीनों के नाम हैं: 1. मस्केरम, 2. टेकेमट, 3. हेदर, 4. टाहसास, 5. टेर, 6. येकाटिट, 7. मेगाबिट, 8. मियाज़िया, 9. गनबोट, 10. सेने, 11. हामले, 12. नेहासे, 13. पागुमेन

Source: pexels

इस कैलेंडर को वहां रोमन चर्च ने 525 AD में अमेंड किया था। इथियोपियन ऑर्थोडॉक्स चर्च मानता रहा कि ईसा मसीह का जन्म 7 BC में हुआ था और यहां पर इसी के अनुसार कैलेंडर की गिनती शुरू हुई थी।

Source: pexels

वहीं, दुनिया के बाकी हिस्सों में ईसा मसीह का जन्म AD1 में माना जाता है। यही वजह है कि यह देश 7-8 साल पीछे चलता है। इस कैलेंडर के मुताबिक इथियोपिया में नया साल भी 1 जनवरी की जगह 11 सितंबर को मनाया जाता है।

Source: pexels

इथियोपिया आज भी इस प्राचीन कैलेंडर का पालन करता है। हालांकि, अब कई लोग ग्रेगोरियन कैलेंडर का भी उपयोग कर रहे हैं जो आज के समय का है। आपको बता दें, पूरी दुनिया में ग्रेगोरियन कैलेंडर की शुरुआत 1582 में हुई थी, इससे पहले जूलियन सीजर का कैलेंडर इस्तेमाल किया जाता था।

Source: pexels

इतने एकड़ में फैला है कच्चाथीवू द्वीप, ऐसे हुआ था निर्माण